🕉️ मंगल दोष के प्रभाव और निवारण: संपूर्ण ज्योतिषीय समाधान
Mangal Dosh Ke Upay: मंगल ग्रह को नवग्रहों में सेनापति की उपाधि प्राप्त है। यह साहस, ऊर्जा, क्रोध, भूमि, विवाह और रक्त से संबंधित ग्रह है। जब जन्म कुंडली में मंगल अशुभ स्थानों पर स्थित होता है (जैसे 1, 4, 7, 8 या 12वें भाव में), तो इसे मंगल दोष या मांगलिक दोष कहा जाता है।
मंगल दोष शांति हेतु शिव पूजन अति लाभकारी है। भगवान शिव के 12 धामों की जानकारी भी ज़रूर लें।
🔥 मंगल दोष के सामान्य लक्षण
- विवाह में बार-बार रुकावट या देर
- वैवाहिक जीवन में कलह, तनाव या अलगाव
- गुस्सा, चिड़चिड़ापन और मानसिक अशांति
- प्रॉपर्टी विवाद या दुर्घटना के योग
- कार्यों में बार-बार बाधा
🔱 सावन में विशेष प्रभावशाली उपाय
सावन मास भगवान शिव को प्रिय है। यदि आप मंगल दोष से पीड़ित हैं, तो इस पवित्र महीने में रुद्राभिषेक अवश्य कराएं।
👉 विशेष रूप से उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक कराना अत्यंत शुभ और प्रभावशाली माना जाता है।
यहां शिवजी को जल, दूध, शहद, दही व घृत से अभिषेक करने से मंगल दोष शांत होता है।
📌 रुद्राभिषेक के अद्भुत लाभ यहां पढ़ें
🌿 सरल और प्रभावी मंगल दोष के उपाय
- मंगलवार को श्री मंगल स्तोत्र या मंगल चालीसा का 7 बार पाठ करें।
- मंगलवार/शनिवार को हनुमान जी को चोला, सिंदूर और लड्डू अर्पित करें।
- गरीबों को लाल वस्त्र या फल दान करें।
- योग्य पंडित से परामर्श लेकर मूंगा रत्न धारण करें।
- मांगलिक दोष शांति पूजा करवाएं।
12 शिव धामों में रुद्राभिषेक विशेष पुण्यदायी माना गया है।
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🛕 विशेष सुझाव:
यदि संभव हो तो उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में स्वयं जाकर मंगल दोष शांति रुद्राभिषेक कराएं।
👉 आप हमारी अनुभवी ब्राह्मण टीम से ऑनलाइन भी रुद्राभिषेक करवा सकते हैं। संपर्क करें
🙋 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
❓ मंगल दोष क्या होता है?
मंगल दोष तब बनता है जब मंगल ग्रह कुंडली के 1, 4, 7, 8 या 12वें भाव में स्थित हो।
❓ क्या महिलाएं भी मांगलिक हो सकती हैं?
हाँ, महिला की कुंडली में भी मंगल दोष हो सकता है। ऐसे में विशेष विवाह उपाय किए जाते हैं।
❓ क्या मांगलिक और अमांगलिक विवाह संभव है?
हां, यदि उचित उपाय और पूजन विधि की जाए तो दोनों का विवाह सफल हो सकता है।
❓ मंगल दोष के लिए कौन सा मंत्र सबसे प्रभावशाली है?
“ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” — इस मंत्र का मंगलवार को 108 बार जाप करें।
🔗 Internal Links Summary:
👉 अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो यहां क्लिक करें — जानें सावन में रुद्राभिषेक के सरल उपाय।
📌 निष्कर्ष:
मंगल दोष एक गंभीर ज्योतिषीय स्थिति है, लेकिन सावन जैसे शुभ समय में सही उपाय और पूजा द्वारा इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आप विवाह, संपत्ति, या मानसिक शांति में बाधा महसूस कर रहे हैं, तो अवश्य ही मंगल दोष की जांच कराएं और योग्य पंडित से उपाय करें।
🌟 मंगल के शुभ प्रभाव पाने के लिए:
हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करें, मंदिर में नारियल चढ़ाएं और मूंगा रत्न धारण करने से पहले अनुभवी पंडित से परामर्श लें। यह उपाय आपकी ऊर्जा को संतुलित करेंगे और सकारात्मक बदलाव लाएंगे।
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